Friday, October 17, 2008

हमार भारत महान

ई आजादी प्रेम के पौधा ह
एके पाले के परी ।
समय समय पर सींचे खातिर
एईंमें खून डाले के परी॥
(प्रवीण कुमार द्विवेदी)

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